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Workshop on toxic free farming under Farmer First Project

फार्मर फर्स्ट परियोजना के अंतर्गत विष्मुक्त खेती पर कार्यशाला

विष्मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए भा.कृ.अनु.प- केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ के फार्मर फर्स्ट परियोजना के अंतर्गत मलिहाबाद प्रखंड के अंगीकृत गांव मोहम्मद नगर तालुकेदारी में दिनांक 4 जनवरी 2022 को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के वैज्ञानिक डॉक्टर गोविंद कुमार ने किसानों को संस्थान द्वारा विकसित सीआईएसएच- बायोजैपर के बारे में बताया। किसानों को रासायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का अधिक प्रयोग से मृदा, पर्यावरण एवं जीव जंतुओं के स्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि सी आई एस एच- बायोजैपर के प्रयोग से पौधों में पोषक तत्वों की जैविक उपलब्धता एवं मृदा की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी और साथ ही साथ यह किसानों की कीटनाशको पर निर्भरता भी कम करेगा। किसानों को फलो एवं सब्जियों के पौधों पर बायोजैपर का प्रयोग के बारे में बताया गया और इसका किसानों के प्रछेत्र पर प्रयोग भी किया गया। इस कार्यक्रम में 20 किसानों ने भाग लिया।

ICAR- Central Subtropical Horticulture Institute, Lucknow organized a workshop on toxic free farming at Mohammad Nagar Talukedari, an adopted village of Malihabad block, to promote toxic free farming. This workshop was organized under Farmer First Project. In the programme, Dr. Govind Kumar, Scientist, informed the farmers about Institutes developed CISH-BioZapper. Farmers were made aware about harmful effects of excessive use of chemical pesticides and fertilizers on the health of soil, environment and animals. He underlined that the use of CISH-Biozaper would increase the biological availability of nutrients in the plants and production capacity of the soil and at the same time it would also reduce the dependence of the farmers on pesticides. The farmers were apprised about the use of biozaper on the plants of fruits and vegetables and it was also demonstrated on the farmers field. A total of 20 farmers were participated in this programme.