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Workshop on strawberry production in plain field

मैदानी क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी उत्पादन पर कार्यशाला

भा.कृ.अनु.प.- केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ ने अपने तेलीबाग परिसर में दिनांक 30 अक्टूबर, 2019 को मैदानी क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी उत्पादन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से कुल 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों को मैदानी क्षेत्र में स्ट्रॉबेरी की खेती और उत्पादन करने के लिए लोगो को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत में, डॉ. शैलेंद्र राजन, निदेशक भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और उन्हे स्ट्रॉबेरी की खेती के माध्यम से आय में होने वाले लाभ के बारे में भी बताया। विशेषज्ञों द्वारा स्ट्रॉबेरी उत्पादन के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिए गए। स्ट्रॉबेरी की खेती से लाभान्वित धीरेंद्र मौर्य और मुकेश मौर्य नाम के दो किसानों ने भी प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम का समन्वय प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने किया।

ICAR-CISH, Lucknow organized one-day workshop on strawberry production in plain field on 30 October, 2019 at its Telibagh campus. A total of 25 participants belonging from different districts of Uttar Pradesh were attended the workshop. The main objective of this workshop was to encourage people to cultivate and produce strawberries in the plain areas. At the beginning of the programme, Dr. Shailendra Rajan, Director interacted with participants and also underlined about benefit in income earn through strawberry cultivation. Lectures on various aspects of strawberry production were delivered by experts. Two farmers named Dhirendra Maurya and Mukesh Maurya who benefited from strawberry cultivation also shared their experiences with the participants. The programme coordinated by Principal Scientist Dr. Ashok Kumar.