संस्थान में दिनांक 3-6 अक्टूबर, 2017 को फार्मर फर्स्ट परियोजना के क्रियान्वयन हेतु कार्यविधि रूपरेखा पर एक चार दिवसीय कार्यशाला का आईसीएआर-एनएआरएम, हैदराबाद और आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में ग्यारह आईसीएआर संस्थान और राज्य कृषि विश्वविद्यालय जोन -2 और जोन-3 ने भाग लिया। आईसीएआर-एनएआरएएम, आईसीएआर-डीकेएमए, आईसीएआर-आईएएसआरआई और आईसीएआर-एनसीएपी के विशेषज्ञों ने गुणात्मक और मात्रात्मक प्रभाव मूल्यांकन विश्लेषण, भागीदारी प्रौद्योगिकी विकास, सहभागिता मूल्यांकन उपकरण, दस्तावेज और रिपोर्ट लेखन और डेटाबेस प्रबंधन पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। परियोजना प्रबंधन समिति ने आईसीएआर-सीआईएसएच की फार्मर फर्स्ट परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए मलहिबाद लखनऊ के नबीपनाह और मोहम्मदनगर तालुकदारी गांवों का दौरा किया।
A four day workshop on Methodological framework on Implementation of FFP was organized jointly by ICAR-NAARM, Hyderabad and ICAR-CISH, Lucknow during 3-6 October, 2017 at Institute. Eleven ICAR Institute and SAU from zone-II and zone-III participated in the workshop. Experts from ICAR-NAARM, ICAR-DKMA, ICAR-IASRI and ICAR-NCAP gave training to participants on qualitative and quantitative impact assessment analysis, participatory technology development, participatory appraisal tools, documentation and report writing and database management. Project Management Committee also visited Nabi Panah and Mohammad Nagar Talukedari villages of Malihabad to review the progress of Farmer FIRST project of ICAR-CISH, Lucknow.