आदिवासी गांवों में वैज्ञानिकी मत्स्यपालन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम
भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं., क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, मालदा ने आदिवासी किसानों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से दिनांक 19.06.2019 को जनजातीय उप-योजना कार्यक्रम द्वारा प्रायोजित वैज्ञानिकी मत्स्यपालन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमे हबीबपुर ब्लॉक के कुल 24 आदिवासी किसानों (21 महिला +3 पुरुष) ने भाग लिया। इस अवसर पर विशेषज्ञ, श्री नीलोत्पलकयाल (सहायक निदेशक, मत्स्य विभाग, मालदा), श्री जिबेष मजूमदार (जिला मत्स्य अधिकारी), श्री अभिजीत सरकार (जिला मत्स्य अधिकारी) भी उपस्थित थे। विशेषज्ञो द्वारा आदिवासी किसानों को अच्छी गुणवत्ता और उच्च मछली उत्पादन प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक तरीको से तालाब प्रबंधन, मछली में रोग प्रबंधन, तालाब का पीएच, तापमान और ऑक्सीजन को सामान्य बनाए रखने आदि के बारे में जानकारी दी गयी। डॉ. अशोक यादव (वैज्ञानिक भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं. आरआरएस, मालदा) ने उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन किया।
For empowering tribal farmers, tribal sub-plan programme sponsored one day training programme on “Scientific Fish Culture in Tribal Villages” organized by ICAR-CISH, RRS, Malda on 19.06.2019. A total 24 tribal farmers (21 female +3 Male) from Habibpur block were participated in the training programme. On this occasion, Mr. Nilotpal Kayal (Assistant Director of Fisheries, Malda), Mr. Zibayet Majumdar (District Fisheries Officer), Mr. Abhijit Sarkar (District Fisheries Officer) were present as pisciculture specialists. They given the knowledge to tribal farmers about pond management, disease management in fish, normalization of pH, temperature and oxygen of pond etc. for good quality and high fish production. Dr. Ashok Yadav (scientist, ICAR-CISH, RRS, Malda) conducted the above programme.