स्ट्रॉबेरी के मूल्यवर्धन पर प्रशिक्षण
भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ द्वारा दिनांक 25 मार्च 2021 को संस्थान के परिसर में स्ट्रॉबेरी के मूल्यवर्धन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान द्वारा चयनित अनसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत अंगीकृत माल एवं काकोरी प्रखंडों में स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे 25 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के आरम्भ में डॉ शैलेन्द्र राजन, निदेशक ने स्ट्रॉबेरी से किसानो की आय में बढ़ोत्तरी के बारे में जानकारी दी और किसानो से उनके सुझाव भी जाने। किसानों को स्ट्रॉबेरी के फलों को प्रसंस्कृत उत्पादों में परिवर्तित करके उसके मूल्यवर्धन पर प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. नीलिमा गर्ग (प्रभागाध्यक्ष फसल तुड़ाई उपरांत प्रबंधन) द्वारा किसानो को स्ट्रॉबेरी क्रश बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. अशोक कुमार प्रधान वैज्ञानिक (नोडल अधिकारी अनुसूचित जाति उपयोजना) के द्वारा कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए संपन्न कराया गया।
ICAR-CISH, Lucknow organized one day training on value addition of strawberries on March 25, 2021. A total of 25 farmers were selected by the Institute from SCSP adopted village of Mall and Kakori block, who cultivating strawberries, were participated in training. At the outset of the programme, Dr. Shailendra Rajan underlined about the perk up income of farmers from strawberries and he also known their suggestions. The farmers were trained on value addition by converting strawberry fruits into processed products. Dr. Neelima Garg (Head, Post Harvest Management Department), trained the farmers to make strawberry crush. The programme was coordinated by Dr. Ashok Kumar Principal Scientist (Nodal Officer Scheduled Caste Sub Plan) with observing the MHA guidelines of Covid-19.