अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत स्ट्रॉबेरी के जैव उत्पादन में रोग प्रबंधन पर प्रशिक्षण
भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ ने अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत स्ट्रॉबेरी के जैव उत्पादन में रोग प्रबंधन पर दिनांक 28 नवम्बर 2020 को संस्थान परिसर में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया। जिसमें माल प्रखंड के कदराबाद, गोपरामऊ, हसनापुर और सराय अलीपुर गांव के 24 से अधिक किसानों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान, किसानों को जैव कीटनाशक तैयार करने और प्रक्षेत्र में इसके विवेकपूर्ण अनुप्रयोग पर प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन ने किसानों को स्ट्रॉबेरी के जैविक उत्पादन के बारे में ज्ञान दिया। डॉ. टी. दामोदरन, प्रधान वैज्ञानिक, भा.कृ.अनु.प.-कें.मृ.ल.अनु.सं. ने भी किसानों को स्ट्रॉबेरी में रोगों के जैविक प्रबंधन के बारे में बताया। प्रशिक्षण का समन्वय एवं संचालन डॉ. अशोक कुमार, नोडल अधिकारी, अनुसूचित जाति उपयोजना के द्वारा भारत सरकार के कोविड-19 दिशानिर्देश का पालन करते हुए किया गया।
ICAR-CISH, Lucknow organized one day training on disease management in strawberry production under SCSP on November 24, 2020 at the Institute premises. More than 24 farmers from Kadrabad, Gopramau, Hasnapur and Sarai Alipur village of Mall block were participated. During the training, Farmers were trained on preparation of bio pesticide and its judicious application in field conditions. At this occasion, Dr. Shailendra Rajan, Director of the institute emphasized on organic production of strawberries to the farmers. Dr. T. Damodaran, Principal Scientist, ICAR-CSSRI also underlined about organic management of diseases in strawberry to the farmers. Dr. Ashok Kumar, Nodal officer, SCSP coordinated and conducted the programme with observing the Covid-19 guideline as directed by GOI.