अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत गेंदे की खेती कर रहे किसानों का क्षेत्र भ्रमण
भा.कृ.अनु. प.- केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ द्वारा दिनांक 13/06/2022 को वैज्ञानिक डॉ विशंभर दयाल (नोडल अधिकारी अनुसूचित जाति उप-योजना) काकोरी प्रखंड से अंगीकृत गांव करझन से व्यवसायिक गेंदे की खेती कर रहे किसानों के खेत का भ्रमण किया इस अवसर पर डॉ विशंभर दयाल ने किसानों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर व्यवसायिक गेंदे की खेती से संबंधित अनुभव पर विचार विमर्श किया तथा गेंदा फूल के विपणन पर प्रकाश डाला एवं किसानों से गेंदे की खेती में खाद एवं उर्वरको का प्रयोग कब और कितनी मात्रा में किया गया व कीट प्रबंधन एवं रोगमुक्त गेंदे की फसल के उत्पादन पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया। आईसीएआर सीआईएसएस द्वारा विकसित CISH फसलशक्ति (सूक्ष्म पोषक तत्व) का प्रयोग के प्रभाव पर किसानों की राय ली।
किसानों ने बताया पिछली बार के मुताबिक इस बार अधिक मुनाफा कमाया गया एवं आगे भी गेंदा फूल का विपणन हो रहा है अनुसूचित जाति उपयोजना द्वारा प्रदान की गई सहायता से गेंदा फूल की खेती कर रहे किसानों के मुख पर एक प्रसन्नता की लहर साफ झलक रही थी। जिससे प्राप्त होने वाले लाभ से उनके आर्थिक रूप से उन्नत होने में काफी मदद मिलेगी।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वारा संचालित अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत 150 से अधिक अनुसूचित जाति के किसानों को संस्थान की निदेशक डॉ. नीलिमा गर्ग तत्ववाधान गेंदा फूल का बीज वितरित किया गया था। गेंदे की खेती क्षेत्र सहायक वीरेंद्र कुमार एवं मो. शादाब की सक्रिय सहभागिता से उप योजना के अंतर्गत कार्यवयन सुचारू रूप से किया जा रहा है।