लखनऊ में आम, अमरूद और लीची पर आईसीएआर-एआईसीआरपी-फलों की क्यूआरटी की बैठक
एआईसीआरपी-फलों की क्यूआरटी बैठक दिनांक 11-13 अप्रैल, 2018 को आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ में आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य कृषि-जलवायु परिस्थितियों के आधार पर स्थान एवं आवश्यकतानुरूप प्रौद्योगिकियों का परीक्षण एवं सिफारिश करना था। क्यूआरटी की बैठक डॉ. एस. राजन, निदेशक, सीआईएसएच, लखनऊ के स्वागत सम्बोधन के साथ प्रारम्भ हुई। पद्मश्री डॉ. के.एल. चड्ढा की अध्यक्षता में हुई बैठक में अन्य विशिष्ट सदस्य डॉ. एस. मैती, डॉ. डी.एस. खुर्दिया, डॉ. बी.एम.सी. रेड्डी और डॉ. वी.एस. ठाकुर समिल्लित हुये। परियोजना समन्वयक डॉ. पी. पाटील, आईसीएआर-आईआईएचआर, बेंगलुरु ने एआईसीआरपी रिपोर्ट को विस्तार से प्रस्तुत किया। सीआईएसएच, लखनऊ के एआईसीआरपी-फलों के नोडल अधिकारी, डॉ. के.के. श्रीवास्तव, प्रधान वैज्ञानिक ने बताया कि भारत के हर हिस्से से आम, अमरूद और लीची के विभिन्न पहलुओं पर काम करने वाले 40 से अधिक वैज्ञानिकों ने क्यूआरटी की समीक्षा के दौरान 2011 से 2017 की अवधि में किए गए विभिन्न प्रयोगों की प्रगति पर चर्चा करने के लिए भाग लिया। आम, अमरूद और लीची के 80 प्रयोगों की विस्तृत रूप में चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने आम, अमरूद, लीची और अन्य फलों की खेती से जुड़े प्रगतिशील किसानों के साथ बातचीत की। किसानों ने दशहरी की कम कीमत, आम और अमरूद के कीट/व्याधि आदि के लिए चिंता व्यक्त की। विशेषज्ञ वैज्ञानिकों ने ई-विपणन के माध्यम से कृषि आय बढ़ाने के लिए किसानों को जागरूक भी किया।
QRT meeting of AICRP -Fruits was held during April 11-13, 2018 at ICAR-CISH, Lucknow. The objective of the meeting was to testing and recommending of location and need based technology depending on agro-climatic conditions. QRT meeting started with welcome remark of Dr. S. Rajan, Director, CISH Lucknow. Meeting held under the Chairmanship of Padmashri Dr. K.L. Chadha. Other distinguished members were Dr. S. Maiti, Dr. D.S. Khurdia, Dr. B.M.C Reddy and Dr. V.S. Thakur. Project Coordinator Dr. P. Patil, ICAR-IIHR, Bengaluru submitted the AICRP Report in detail. Nodal Officer of AICRP-Fruits of Lucknow, Dr. K.K. Srivastava, Principal Scientist, told that more than 40 scientists working on different aspects of mango, guava and litchi fruits from every part of India participated to discuss the progress made in different experiments from 2011 to 2017 during the review of QRT. A total of 80 experiments of mango, guava and litchi were discussed in length and breadth. Experts had interactions with progressive farmers associated with cultivation of mango, guava, litchi and other fruits. Farmers expressed concern for low price of Dashehari, insect, pest and disease of guava, and mango etc. Expert scientists also told trick to the farmers for increasing farm income through E-marketing.