बटन एवं ऑयस्टर मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
भा.कृ.अनु.प.-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ द्वारा दिनांक 21 अक्टूबर, 2021 को बटन एवं ऑयस्टर मशरूम उत्पादन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बीबीएयू, लखनऊ की छह छात्राएं; सीबीजीपीजी कॉलेज, बख्शी का तालाब, लखनऊ के 3 छात्र; किसान प्रथम परियोजना के तहत चयनित 12 ग्रामीण युवाओं ने भाग लिया। प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. पी.के. शुक्ला ने मशरूम उत्पादन तकनीक पर व्यावहारिक प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को मशरूम उत्पादन तकनीक से परिचित कराना एवं व्यावसायिक उत्पादन स्तर पर पहुंचने तक दीर्घकालिक संबंध स्थापित करना था। कार्यक्रम के अंत में, डॉ. एस. राजन, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. ने प्रतिभागियों के साथ चर्चा की एवं मशरूम की खेती करने की उनकी इच्छा के बारे में पूछा और इस कार्यक्रम से उनकी सीख का मूल्यांकन किया। छात्राओं की रुचि मुख्य रूप से सीखने में और भविष्य में मशरूम उगाने की थी। जबकि ग्रामीण युवा प्रशिक्षण के तुरंत बाद मशरूम उगाने के लिए तैयार थे और सीबीजीपीजी कॉलेज के छात्र व्यावसायिक स्तर पर उत्पादन हेतु योजना बना रहे थे।
ICAR-Central Institute for Subtropical Horticulture, Lucknow organized one day training programme on October 21, 2021 on Button and Oyster mushroom production. The six girl students from BBAU, Lucknow; 3 boy students from CBGPG College, Bakhshi ka Talab, Lucknow; and 12 rural youths selected under Farmer’s FIRST project participated in the programme. Dr. P.K. Shukla, Principal Scientist told about the mushroom production technology, replied queries of participants and also given practical training. The major purposes of this training were to introduce the participants with mushroom production technology and to establish long term relationship till they reach at commercial production level. At the end, Dr. S. Rajan, Director had a discussion with participants, asked about their willingness to cultivate mushrooms and evaluated their learning from this programme. The girl students were mainly interested in learning and willing to grow mushrooms in future. While, rural youths were ready to grow mushroom immediately after training and the students of CBGPG College were planning to go for commercial production.