Hort-Ind Agri-Business Incubation Centre (Hort-Ind ABIC) of ICAR-Central Institute for Subtropical Horticulture, Lucknow organized “Pitch Day” for startups under the incubation programme UDYANODAY-1 on 29th January, 2024. The objective of the programme was to select the most refined innovative startup ideas in horticulture for incubation support at ICAR-CISH, Lucknow. About 65 startups have applied for this programme from all over the country, out of which 22 were scrutinized thoroughly and invited for the Pitch Day to present their innovations. The expert panels for judging these startups were from the India’s leading organizations like IITs and IIMs of the country. Dr. T. Damodaran (Director, ICAR-CISH, Lucknow), Mr. Ravi Pandey (REO, IIT Kanpur), Mr. Shyam Kumar (Coo, SGPGIMS), Dr. Ashish Yadav (Principal Scientist, ICAR-CISH), Dr. Ravi S.C. (Scientist, ICAR-CISH) and Dr. Alok Kumar Gupta (Scientist, ICAR-CISH) evaluated the startups meticulously and critically analyzed their innovations. Total nine most potential startup ideas on post-harvest management, food technology, value addition, brewery, precision agriculture, blockchain, traceability, Vedic / musical farming and agro-tourism were selected for this programme for incubation. These startup will be given one month intensive mentorship followed by one year incubation informed Dr. Maneesh Mishra, PI, ABI.
केंद्रीय उपोषण बागवानी संस्थान लखनऊ के हॉर्ट-इंड एग्री-बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर (हॉर्ट-इंड एबीआईसी) ने दिनांक 29 जनवरी, 2024 को इन्क्यूबेशन प्रोग्राम उदयनोदय-1 के तहत स्टार्टअप्स के लिए एक कार्यक्रम "पिच डे" का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम का उद्देस्य बागवानी में सबसे परिष्कृत नवीन स्टार्टअप विचारों का चयन करना था। इस कार्यक्रम के लिए पूरे देश से लगभग 65 स्टार्टअप ने आवेदन किया,जिनमें से 22 की गहन जांच की गई और उन्हें अपने नवाचार प्रस्तुत करने के लिए पिच दिवस पर आमंत्रित किया गया। इन स्टार्टअप्स को परखने के लिए आईआईटी और आईआईएम जैसे भारत के अग्रणी संगठनों से विशेषज्ञो को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में डॉ. टी. दामोदरन (निदेशक, आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ), श्री रवि पांडे (आरईओ, आईआईटी कानपुर), श्री श्याम कुमार (सीओ, एसजीपीजीआईएमएस),डॉ. आशीष यादव (प्रधान वैज्ञानिक, आईसीएआर-सीआईएसएच),डॉ. रवि एस.सी. (वैज्ञानिक, आईसीएआर-सीआईएसएच) और डॉ. आलोक कुमार गुप्ता (वैज्ञानिक, आईसीएआर-सीआईएसएच) ने स्टार्टअप्स का सूझबुझ के साथ मूल्यांकन किया और उनके नवाचारों का गंभीर विश्लेषण किया। इस कार्यक्रम के लिए फसल कटाई के बाद प्रबंधन, खाद्य प्रौद्योगिकी, मूल्य संवर्धन,यवासवनी, सटीक कृषि, ब्लॉकचेन, ट्रेसबिलिटी, वैदिक/संगीत खेती और कृषि-पर्यटन पर कुल नौ सबसे संभावित स्टार्टअप विचारों को चुना गया। डॉ. मनीष मिश्रा, पीआई, एबीआई ने बताया कि इन स्टार्टअप को एक महीने की मेंटरशिप दी जाएगी और उसके बाद एक साल का इनक्यूबेशन दिया जाएगा।