अनुसूचित जाति उप योजना कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति के किसानों की आजीविका के लिए भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. द्वारा फ्रंट रनर का विकास
अनुसूचित जाति उप योजना कार्यक्रम के तहत, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ में निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन की अध्यक्षता में मलिहाबाद के अनुसूचित जाति के किसानों को वैज्ञानिक-किसान बैठक हेतु आमंत्रित किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति के किसानों हेतु फ्रंट रनर की एक टीम विकसित करना था। बैठक में कुल 64 किसानों ने भाग लिया और जिनमें से 32 गाँव (प्रत्येक गाँव का एक किसान) के 32 अनुसूचित जाति के किसानों का चयन किया गया। संस्थान इन अनुसूचित जाति के किसानों को विभिन्न कृषि-आधारित गतिविधियों जैसे कि पोषक-उद्यान, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, कच्चे आम के मूल्य संवर्धन आदि के साथ प्रशिक्षित करेगा। बैठक में इस पर चर्चा की गई और अंतिम निर्णय लिया गया कि चयनित फ्रंट रनर को कृषि आधारित विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाएगा और ये चयनित फ्रंट रनर भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं.,के वैज्ञानिक के मार्गदर्शन में किसानों के खेत स्तर पर अनुसूचित जाति उप योजना कार्यक्रम की गतिविधियों को कार्यान्वित करने के लिए मास्टर ट्रेनर के रूप में काम करेंगे।
Under Scheduled Castes Sub Plan programme, ICAR-CISH Lucknow invited scheduled caste farmers of Malihabad block for Scientist-Farmer interaction meet under the chairmanship of Dr. Shailendra Rajan, Director, ICAR-CISH. The main aim of this meeting was to develop a team of front runner of SC farmers. A total of 64 farmers participated and out of which 32 SC farmers from 32 villages (one farmer from each village) were selected. The Institute will train these SC farmers with various agriculture-based activities such as nutri-garden, bee keeping, mushroom production, value addition of raw mango etc. It was discussed and finalized in the meeting that the selected front runner will be trained on various selected agriculture based activities and they will be working as master trainer to implement activities of SCSP at farmers field level under the guidance of scientist from ICAR-CISH.