भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं. प्रशिक्षित लोगो द्वारा कचरे से धन का प्रबंधन
भा.कृ.अनु.प.- केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ ने विराट खंड -2 स्थित सिटी पार्क के कचरे से धन की कमाई के लिए पार्क के सदस्यों को कार्बनिक कचरे के प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया। इसके लिए संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आर.ए. राम द्वारा पार्क के सदस्यों को वर्ष 2008 में विभिन्न प्रकार के खाद जैसे कि नाडेप, वर्मीकम्पोस्ट आदि को जैविक कचरे से तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया अब प्रशिक्षित सदस्यगण पार्क में ही जैविक खाद तैयार कर सब्जियां, मसाले, फल आदि का उत्पादन करके इसे आपस में साझा कर रहे है। इसके अलावा, उत्पादित अधिशेष खाद 5 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से उद्यान प्रेमियों को बेच रहे है तथा कम्पोस्ट की बिक्री से प्राप्त धनराशि का उपयोग पार्क के रखरखाव में कर रहे है। श्री वी.के. सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता पार्क की इन सभी नियमित गतिविधियों का समन्वय और प्रबंधन करते है। भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं. के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन ने पार्क का भ्रमण किया और पार्क के सदस्यों के प्रयास की सराहना की।
ICAR-Central Institute for Subtropical Horticulture, Lucknow trained the members of city park of Virat Khand-2 to managed the waste of city park and converting it into wealth. Dr. R.A. Ram, Principal Scientist, trained the members in 2008 for preparing different type of compost such as NADEP, vermicompost etc. from organic waste. The prepared organic compost utilized in park to produce organic vegetables, spices, fruits etc., which are being shared by the members. Moreover, the surplus compost produced are sold to garden lovers at a rate of 5 rupee per kg. The return get from sell of compost are used in maintenance of park. Shri V.K. Singh, Senior Advocate coordinate and managed all these regular activity of park. Dr. Shailendra Rajan, Director, ICAR-CISH visited the park and appreciated the effort made by the members.