आगंतुक गणना

5323381

देखिये पेज आगंतुकों

ICAR-CISH organized one day workshop on Vertical Hydroponics and Soilless Culture

भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. में वर्टिकल हाइड्रोपोनिक्स एवं मृदा विहीन खेती पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ ने दिनांक 24 जनवरी, 2020 को वर्टिकल हाइड्रोपोनिक्स एवं मृदा विहीन खेती पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के 140 से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस कार्यशाला में भा.कृ.अनु.प.- राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरों के निदेशक डॉ. के.के. लाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। व्याख्यान-सह-बातचीत सत्र के दौरान भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. के निदेशक डॉ. शैलेन्द्र राजन ने शहरी बागवानी में हाइड्रोपोनिक्स की संभावनाएं एवं भविष्य के बारे में चर्चा की। प्रतिभागियों को हाइड्रोपोनिक्स एवं पौधों के पोषक तत्वों की आवश्यकता, हाइड्रोपोनिक्स पौधों में पोषक तत्वों की कमी के लक्षण एवं उनके सुधार, हाइड्रोपोनिक्स में रोग एवं कीट प्रबंधन और जैविक हाइड्रोपोनिक्स सब्जी उत्पादन के बारे में ज्ञान दिया गया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. एस.आर. सिंह (प्रधान वैज्ञानिक) ने संस्थान द्वारा विकसित कम लागत वाले हाइड्रोपोनिक्स के मॉडलों का प्रदर्शन किया।

ICAR-CISH, Lucknow organized one-day workshop on Vertical Hydroponics and Soilless Culture on January 24, 2020. More than 140 people from different districts of Uttar Pradesh were participated in the workshop. In this workshop, Director ICAR-NBFGR, Dr. K.K. Lal was present as chief guest. During the Lecture-cum-Interactive Session, Dr. S. Rajan, Director, ICAR-CISH discussed about prospects and future of hydroponics in urban horticulture. The participants have learned about types of hydroponics and plant nutrient requirement, nutrient deficiency symptoms in hydroponics plants and their correction, disease and pest management in hydroponics and organic hydroponics vegetable production. Programme coordinator, Dr. S.R. Singh (Principal Scientist) demonstrated models of low-cost hydroponics developed by the institute.