अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ में सब्जियों के निर्जलीकरण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ में दिनांक 4-5 मार्च, 2020 के दौरान अनुसूचित जाति के किसानों और ग्रामीण महिलाओं के लिए सब्जियों के निर्जलीकरण पर दो दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुशमौरा, मंडोली और नबीपनाह गांवों के 10 ग्रामीण महिलाओं एवं 7 किसानों सहित कुल 17 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। प्रशिक्षुओं को जड़, कंद, पत्तीदार सब्जियों एवं गोभी वर्गीय फसलों के निर्जलीकरण के तरीके दिखाए गए। सब्जी निर्जलीकरण में शामिल सभी आवश्यक कदम जैसे कि धुलाई, ब्लैंचिंग, सुखाने और पैकेजिंग को प्रशिक्षुओं द्वारा स्वयं अभ्यास किया गया। प्रशिक्षुओं को इस बात से अवगत कराया गया कि किस तरह निर्जलित सब्जियों के उत्पादों की तैयारी और विपणन को ग्रामीण महिलाओं के लिए आजीविका का स्रोत बनाया जा सकता है। प्रशिक्षुओं को सूखे सब्जियों के गैर-मौसम में उपयोग के लिए पुनर्जलीकरण की प्रक्रिया को भी सिखाया गया।
Under SCSP, ICAR-CISH, Lucknow organized two days training programme on Dehydration of Vegetables during 4-5 March, 2020. Total seventeen candidates, 10 rural women and 7 farmers from Kushmora, Mandoli and Nabipanah villages were participated in training programme. Methods for dehydration of, root, tuber, leafy vegetables and cole crops were demonstrated to the Trainees. All the necessary steps involved in vegetable dehydration such as washing, blanching, drying and packaging were practiced by the trainees themselves. Trainees were apprised with how preparation and marketing of dehydrated vegetable products can be made as a source of livelihood for rural women. Trainees were also learnt process of rehydration of dried vegetables for use in off season.