फार्मर-फर्स्ट परियोजना के तहत वैज्ञानिक-कृषक बैठक का आयोजन
भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ ने दिनांक 13 अगस्त 2021 को वैज्ञानिक-कृषक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का उद्देश्य किसानों के दुधारू पशुओं के लिए महंगे चारे की समस्या का समाधान करना था। जिसमें फार्मर-फर्स्ट परियोजना के तहत मलिहाबाद प्रखंड के गोद लिए गांव से 35 किसानों (आम बागवान) ने भाग लिया। डॉ. शैलेंद्र राजन, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. ने किसानों को अपने आम के बागों में कम लागत वाला चारा उगाने के लिए प्रोत्साहित किया। बैठक के दौरान किसानों को बारहमासी ज्वार के बीज एवं पैनिकम घास की जड़ वितरित की गयी। प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. एस. के. शुक्ल ने कार्यक्रम का संचालन एवं डॉ. मनीष मिश्र (परियोजना अन्वेषक, फार्मर-फर्स्ट) ने कार्यक्रम का समन्वय किया।
ICAR-CISH, Lucknow organized Scientist-Farmers interaction meet under FARMER-FIRST project on August 13, 2021. The meeting was aimed to solve the problem of costly fodder for the milch animals of the farmers. A total of 35 farmers (mango growers) from the adopted village of Malihabad block were participated in meeting. Dr. Shailendra Rajan, Director, ICAR-CISH interacted with farmers and encouraged them to grow low cost fodder in their mango orchards. During the meeting, seeds of perennial Sorghum and root slips of Panicum grass were distributed to the farmers. Principal Scientist, Dr. S.K. Shukla conducted the programme, whereas Dr. Manish Mishra (PI, FFP) coordinated the programme