अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत गैर-मौसमी सब्जियों का उत्पादन पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ द्वारा संस्थान परिसर में दिनांक 12 फरवरी 2021 को गैर-मौसमी सब्जियों के उत्पादन पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें अनुसूचित जाति उप योजना के अंगीकृत गांव से लगभग 200 किसानों ने आयोजन में भाग लिया। प्रक्षेत्र दिवस के आयोजन पर संस्थान के निदेशक डॉ. शैलेंद्र राजन, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार एवं डॉ. एस आर सिंह मुख्य अतिथि रहे। डॉ. शैलेन्द्र राजन ने किसानों को संस्थान द्वारा विकसित कम लागत वाली पॉलिथीन टनल में गैर-मौसमी सब्जियों का उत्पादन की तकनीक से किसानों को अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि, किसान इसे कम खर्च में अपने खेतों एवं नर्सरी में बना सकते हैं एवं गैर-मौसमी सब्जियों की पौध तैयार करके इसे स्थानीय बाजारों में बेच करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। डॉ. अशोक कुमार एवं डॉ. एस आर सिंह ने किसानों को पॉलिथीन टनल में गैर-मौसमी सब्जियों के अंकुरित होने से लेकर पौध तैयार करने तक अवश्यक नमी, तापमान एवं जल के रखरखाव के बारे में बताया। किसानों को सब्जियों के अधिक उत्पादन, रोग, कीट एवं जल प्रबंधन, उर्वरकों एवं कीटनाशकों का समुचित प्रयोग आदि बिंदुओं पर प्रशिक्षित किया गया।
ICAR-CISH, Lucknow organized Field day on production of off-season vegetables in its institute premises on February 12, 2021. Around 200 farmers from adopted villages of the Scheduled Castes Sub Plan participated in the event. Dr. Shailendra Rajan, Director, ICAR-CISH and principal scientists, Dr. S.R. Singh and Dr. Ashok Kumar were present as chief guest. Dr. Shailendra Rajan apprised the farmers about institute developed low cost polythene tunnel for production of off-season vegetables. He told that, farmers can make it in their fields and nurseries at low cost and can earn good profits by growing off-season vegetable and selling it in local markets. Dr. Ashok Kumar and Dr. SR Singh underlined about the maintenance of optimal moisture, temperature and water in the polythene tunnel for growing of these vegetables from germination to mature plants stage. The farmers were trained on production of vegetables, diseases, pest and water management, judicious use of fertilizers and pesticides etc.