भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं., लखनऊ में सिवान, बिहार एवं सीहोर, मध्य प्रदेश के कृषकों का भ्रमण
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) योजना के तहत, भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं., लखनऊ में दिनांक 3 फरवरी 2021 को, बिहार के सिवान के 30 किसानों एवं सीहोर, मध्य प्रदेश के 12 किसानों के दल ने संस्थान के प्रक्षेत्र एवं फल प्रसंस्करण प्रयोगशाला का भ्रमण किया। किसानों को संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों जैसे कि आम के बागों में मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के साथ-साथ प्रति इकाई क्षेत्र से अधिक आय लाभ हेतु फलियों का अन्त:फसल, अमरूद की एस्पलेयर प्रणाली, बरसात के मौसम में कीट मुक्त अमरूद के उत्पादन हेतु फलों की थैलाबंदी, रोपण विधि, पुराने आम के बागों का जीर्णोद्धार, कंटेनर बागवानी, सघन बागवानी, मल्चिंग, टपक सिंचाई, मिली बग के प्रबंधन के लिए तरीके के बारे में जानकारी दी गयी। इं. डी.के. शुक्ला, मु.त.अ. ने किसानों को प्रसंस्कृत फल उत्पाद की विनिर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया। डॉ. नरेश बाबू, प्रधान वैज्ञानिक एवं श्री अरविन्द कुमार, स.मु.त.अ. ने कोविड-19 महामारी के गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के पालन के साथ भ्रमण का समन्वय किया।
Under Agriculture Technology Management Agency (ATMA) scheme, a group of 30 farmers from Siwan, Bihar and 12 farmers from Sehore, Madhya Pradesh visited the experimental field and fruit processing laboratory of ICAR- CISH, Lucknow on February 3, 2020. Farmers were appraised about institute developed technologies like intercropping of legumes vegetables in mango orchards for soil improvement as well as for more production per unit area, espalier system of guava, bagging of guava for production of insect free fruits during rainy season, planting methods, rejuvenation of old mango orchard, container gardening, high density planting, mulching, drip irrigation, methods for management of mealy bug. Er. D.K. Shukla, CTO explained the manufacturing procedure of processed fruit product to the farmers. Dr. Naresh Babu, Principal Scientist and Sri. Arvind Kumar, ACTO coordinated the visit with observing MHA guidelines of COVID-19 pandemic.