भा.कृ.अ.प.-केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में दिनांक 05 जून 2017 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के प्रभारी निदेशक डा. देवेन्द्र पाण्डेय ने की। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न किस्मों के पौधे लगाने पर जोर दिया। उन्होंने ऊर्जा एवं जल संरक्षण तथा प्राकृतिक संसाधनों को सीमित उपयोग करके पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने पर अपने विचार प्रस्तुत किये। डा. अशोक कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने जलवायु परिवर्तन में पौधों की अनुकूलनशीलता पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि जिन पौधों के लिए जलवायु अनुकूलित नहीं थी वह कुछ पौधों की किस्मों जैेसे स्टाªँबेरी,पपीनो आदि के लिए अनुकूलित हो रही है। अतः किसान इस बदलते परिवेश मे इन पौधे को लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखकर लाभ कमा सकते हैं। डा. गुंडप्पा, वैज्ञानिक ने कीटनाशक मुक्त बागवान पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया, उन्होंने बताया कि किस तरह सीमित एवं सन्तुलित मात्रा में कीटनाशकों एवं वैकल्पिक पद्धति अपनाकर पर्यावरण को रासायनिक प्रदूषण से बचाया जा सकता है। यदि अधिक मात्रा में कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है तो कुछ समय बाद कीट इन रासायनों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न कर लेते हैं जिससे इन कीटनाशकों का प्रभाव समाप्त या कम हो जाता है। डा. जितेन्द्र कुमार, शोध सहयोगी ने पर्यावरण से सम्बन्धित विभिन्न कानूनों के बारे में जानकारी प्रदान की। डा. तरुण अदक, वैज्ञानिक ने मृदा प्रदूषण रोकथाम एवं कार्बन उत्सर्जन पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।