संस्थान के निदेशक एवं राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष डॉ.टी.दामोदरन की अध्यक्षता में दिनांक 23.06.2023 को एक हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें ‘आम में पौध संरक्षण की समस्याएं एवं भविष्य की रणनीति’ विषय पर व्याख्यान डॉ.एच.एस.सिंह प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी,प्रक्षेत्र,केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेडा द्वारा प्रस्तुत किया गया| आम में लगने वाले कीटों की समस्याएं एवं उनका सामयिक समन्वित प्रबंधन करने, पारिस्थितिकी संतुलन वनाये रखते हुए गुणवत्तायुक्त कीटनाशकों का प्रयोग करने तथा मौसम परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए भविष्य की रणनीति के बारें में विस्तृत जानकारी से उपस्थित प्रतिभागियों को लाभान्वित किया| केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के ही वैज्ञानिक डॉ.रवि एस.सी ने मलिहाबाद क्षेत्र में आम काश्त की विधाएं एवं समस्याएं विषय पर बोलते हुए बागवानों द्वारा अपनाई जा रही विधाओं एवं उनकी समस्याओं को चिन्हित करने के वारें में एक संछिप्त जानकारी उपस्थित सभी प्रतिभागियों वीच साझा की | संस्थान के निदेशक डॉ.टी.दामोदरन ने संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों को बागवानों तक पहुंचनें में हिंदी भाषा के महत्व को इंगित किया| औद्यानिक प्रयोग प्रशिक्षण केंद्र,मलिहाबाद से नामित उद्यान अधिकारी/विषय विशेषज्ञ सहित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान एवं इसके क्षेत्रीय केंद्र,माल्दा,(पश्चिम बंगाल) से कुल 50 वैज्ञानिकों/अधिकारियों/कर्मचारियों ने भौतिक एवं आनलाइन माध्यम से कार्यशाला में प्रतिभाग किया| कार्यक्रम का समन्वयन श्री अरविन्द कुमार,नोडल अधिकारी (राजभाषा ) द्वारा किया गया|