संस्थान के वैज्ञानिकों एवं अन्य कर्मचारियों ने दिनांक 20.12.2018 को भा.कृ.अनु.प.-कें.उ.बा.सं. में स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम में एकत्र होकर स्वच्छता के विभिन्न आयामों पर परिचर्चा की। संस्थान के वैज्ञानिकों ने तकनीकी और प्रशासनिक कर्मचारियों को कार्बनिक कचरे और रसोई-घर के अपशिष्ट सामग्री से खाद तैयार करने की विधि का प्रदर्शन किया और साथ ही साथ इन जैविक खाद से घर के छत पर सब्जियों के उत्पादन के बारे में जानकारी दी और उन्हें जागरूक किया। इसके अलावा वैज्ञानिकों के एक दल ने फार्मर फर्स्ट परियोजना के तहत मालिहाबाद के मोहम्मद नगर तालुकेदारी में "न्यूट्री गार्डन के लिए फार्म अपशिष्ट का उपयोग" पर एक जागरूकता अभियान आयोजित किया तथा स्थानीय किसानों और ग्रामीण महिलाओं को रसोई कचरे से जैविक खाद बनाने और उसका उपयोग बाग- बगीचे में करने के लिए प्रशिक्षित किया और साथ ही रसोई से निष्कासित अपशिष्ट जल का बागीचो की सिंचाई करने के लिए प्रेरित किया।