दिनांक 18 सितम्बर 2017 को विज्ञान भवन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ.प्र. के नवप्रवर्तन खण्ड में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ द्वारा विकसित मीठे फलों के रस से सिरका बनाने की उन्नत विधि का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें औद्योगिक संस्थानों एवं स्वयं सहायता समूहों के साथ ग्रामीण लोगों ने प्रतिभाग किया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ.प्र. के संयुक्त निदेशकों डॉ. शशि राणा एवं श्री राधे लाल की उपस्थिति में डॉ. नीलिमा गर्ग, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वारा इस विधि से औद्योगिक स्तर पर सिरका निर्माण करने की विधि का प्रदर्शन किया गया। इस विधि से औद्योगिक एवं व्यावसायिक स्तर पर भी मीठे फलों के रस से सिरके का उत्पादन करके आय के साधनों तथा रोजगार में वृद्धि भी की जा सकती है। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को परिषद के द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किये गये।