महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती समारोह के अपशिष्ट प्रबंधन में जागरूकता लेन के लिए दिनांक 27.09.2020 को संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. आर.ए. राम ने ज़ूम ऐप के माध्यम से पोषण सुरक्षा हेतु अपशिष्ट प्रबंधन पर ई-व्याख्यान दिया गया। डॉ. आर.ए. राम ने जैविक अपशिष्ट के अनुचित प्रबंधन से लोगों को होने वाले नुकसान के साथ-साथ इसके प्रबंधन एवं पुनः उपयोग करने हेतु उपयोगी खाद उत्पाद के रूपांतरण के बारे में बताया। ई-व्याख्यान के दौरान प्रतिभागियों को रासायनिक उर्वरक एवं यौगिकों के आवेदन से मृदा, जल, पौध, पशु एवं मानव जीवन के स्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के साथ-साथ वैकल्पिक के रूप में जैविक खाद के उपयोग के बारे में बताया गया। प्रतिभागियों को छतों पर फलों एवं सब्जियों की खेती करके एवं रसोई अपशिष्ट को खाद बनाकर किस प्रकार पर्यावरण संरक्षण और पोषण सुरक्षा प्रदान के बारे में भी जानकारी दी गयी।