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मलिहाबाद का जीएपी दशहरी आम पहली बार अमेरिका रवाना

माननीय कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, श्री सूर्य प्रताप शाही ने दिनांक 17 जून 2024 को आईसीएआर-केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, लखनऊ के रहमानखेड़ा परिसर से 4 टन मलिहाबादी दशहरी आमों से भरी रेफर वैन को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। श्री दिनेश प्रताप सिंह राज्य मंत्री बागवानी कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार और कृषि निर्यात (स्वतंत्र प्रभार) श्री मनोज कुमार सिंह कृषि उत्पादन आयुक्त यूपी डॉ. टी. दामोदरन, निदेशक आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ श्रीमती विनीता सुधांशु एमडी, एपीडा नई दिल्ली डॉ. के.एस. रवि निर्यातक, इनोवा एग्री बायो पार्क मलूर (कर्नाटक) श्री विजय बहादुर द्विवेदी निदेशक बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय लखनऊ श्री उमंग गुप्ता, मैंगो एग्रीगेटर मलिहाबाद एवं संस्थान के सभी संबंधित वैज्ञानिक इस अवसर पर उपस्थित थे। समारोह से पूर्व आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए माननीय कृषि, शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार, श्री सूर्य प्रताप शाही ने ने आश्वासन दिया कि नोएडा में स्थित जेवर हवाई अड्डे के पास फलों और सब्जियों के उपचार और पैकिंग सुविधा युक्त एक फ़ूड पार्क/ पैक हाउस स्थापित किया जायेगा जिससे उ.प्र. का उत्पादन कार्गो हवाई जहाज़ या समुद्री मार्ग से कम लागत पर निर्यात किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि मलिहाबादी दशहरी, पश्चिमी उ.प्र. का चौसा एवं पूर्वी उ.प्र. से लंगड़ा पहले ही सूचीबद्ध किया जा चुका है और निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने निर्यातकों और किसानों के साथ-साथ केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय में आईसीएआर-सीआईएसएच द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आम की भण्डारण क्षमता और रोग सहनशीलता को बढ़ाने के लिए डॉ. टी. दामोदरन के कुशल नेतृत्व में आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों को उत्साह वर्धक और चमत्कारिक बताया।श्री दिनेश प्रताप सिंह ने आईसीएआर-सीआईएसएच के साथ अपने लंबे जुड़ाव का खुलासा किया और निर्यात में सफलता पर खुशी व्यक्त की साथ ही उन्होंने कहा की जब भी आवश्यकता होगी वह अपना भरपूर समर्थन देते रहेंगे। श्री मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त, उ.प्र. बताया कि डॉ. टी. दामोदरन के साथ प्रारंभिक चर्चा के बाद अमेरिका और यूरोप के लिए यूपी से निर्यात का लक्ष्य मिलना लगभग तय है और तदनुसार योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है । उन्होंने उत्तर भारत में विकिरण उपचार सुविधा की कमी का भी उल्लेख किया और डॉ. के.एस. रवि निर्यातक, इनोवा एग्री बायो पार्क, मलूर को नोएडा में फ़ूड पार्क/ पैक हाउस सुविधा स्थापित करने के लिए पुनः आमंत्रित किया। इससे पहले, डॉ. टी. दामोदरन, निदेशक, आईसीएआर-सीआईएसएच, लखनऊ ने यूपी से अमेरिका तक आम को निर्यात करने के सपने को साकार करने में प्रत्येक योगदानकर्ता को बधाई दी। उन्होंने विकिरण उपचार के लिए यूपी से इनोवा एग्री बायो पार्क, मलूर (कर्नाटक) तक हर हफ्ते 4 टन आम भेजने का लक्ष्य रखा, जिसके बाद एयर-लिफ्ट द्वारा यूएसए भेजा जाएगा। श्रीमती विनीता सुधांशु, एमडी, एपीडा, नई दिल्ली ने इस उद्यम में पूरे दिल से समर्थन जारी रखने का वादा किया। आम निर्यातक डॉ. के.एस. रवि, निर्यातक, इनोवा एग्री बायो पार्क, मलूर ने नोएडा, यूपी में वर्तमान योजना की सफलता तथा यू.पी. के साथ कार्य करने में अवसरों एवं बाधाओं की समीक्षा के बाद एक इनोवा एग्री फूड पार्क स्थापित करने की अपनी योजना का खुलासा किया। उत्तर प्रदेश से निर्यात करने का लक्ष्य डॉ. टी. दामोदरन के गतिशील नेतृत्व में आम को यूरोप और अमेरिका तक पहुंचाने का काम चल रहा है जिन्होंने समस्याओं और मौकों का विश्लेषण किया, कमियों को भरने के लिए तकनीक विकसित की और अपने निदेशकत्व के लगभग 18 महीने की छोटी अवधि के भीतर अमेरिका के लिए एयर-लिफ्ट की व्यवस्था की। संस्थान ने योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार, निर्यातकों, एग्रीगेटर्स और आम उत्पादकों से संपर्क किया। मेटवॉश तकनीक का परीक्षण आम की भण्डारण क्षमता को बढ़ाने के लिए अप्रैल से सितंबर 2023 के दौरान केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा और यूपी के विभिन्न हिस्सों से मंगाई गई आम की विभिन्न किस्मों के फलों पर किया गया। इस तकनीक का उपयोग करके तोतापुरी आम की एक खेप पहले ही समुद्री मार्ग से यूरोप पहुंचाई जा चुकी है और भविष्य में यू.पी. आम भी इसी राह पर चलेंगे। आम के तीन आम क्लस्टर बनाने के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय, लखनऊ के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। डॉ. मनीष मिश्रा, डॉ. एस.सी. रवि एवं डॉ. एस. राउट्रे के नेतृत्व में मलिहाबाद, लखनऊ से दशहरी; चौसा आम के क्लस्टर का नेतृत्व बुलन्दशहर और सहारनपुर में डॉ. पी.के. शुक्ला एवं डॉ. एस.के. शुक्ला और वाराणसी में लंगड़ा आम का नेतृत्व डॉ. आशीष यादव, डॉ. अकथ सिंह और डॉ. एस.के. सिंह द्वारा किया जा रहा है। आम उत्पादन हेतु अच्छे कृषि प्रोटोकॉलइन विकसित किये गए और किसानों तक विस्तारित किए गए, साथ ही उत्पादकों को फलों की थैला बंदी हेतु बैग जैसे महत्वपूर्ण इनपुट भी प्रदान किए गए हैं। जिसके परिणामस्वरूप निर्यात गुणवत्ता का उत्पादन संभव हो सका। मलिहाबाद के मैंगो एग्रीगेटर श्री उमंग गुप्ता ने भी योजनाओं के क्रियान्वयन और फलों की तुड़ाई और प्रसंस्करण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. के.एस. रवि, निर्यातक, इनोवा एग्री बायो पार्क, मलूर ने यूपी से आमों के परिवहन के बाद उपचार और पैकिंग और एयर-लिफ्ट की जिम्मेदारी ली है। श्रीमती विनीता सुधांशु, एमडी, एपीईडा, नई दिल्ली ने भी इस प्रक्रिया के दौरान विशेष रूप से मलूर में अमरीकी क्वालिटी इंस्पेक्टर की उपलब्धता की व्यवस्था करने में पूरा समर्थन दिया है, ताकि प्रत्येक खेप में एयर-लिफ्ट के बाद आपूर्ति सुनिश्चित हो।