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जागृति- आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण पर कार्यशाला

भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं., के मालदा स्थित क्षेत्रीय केंद्र ने दिनांक 01/12/2018 को जागृति- आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण पर जनजातीय उप योजना कार्यक्रम के वित्तीय सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आदिवासियो को नई तकनीकों से अवगत कराने तथा उसे अपनाकर अपनी आय को दोगुना करने के साथ- साथ आदिवासी महिलाओं की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए विभिन्न कृषि या संबद्ध क्षेत्रों में सशक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री स्वामी विषमयानंदा जी (आरएमए, सरगढ़ी) ने डॉ एस राजन (निदेशक भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं.) की उपस्तिथि में किया। डॉ. दीपक नायक (वैज्ञानिक और प्रभारी भा.कृ.अनु.प.- कें.उ.बा.सं. आरआरएस मालदा) ने उपरोक्त कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर गणमान्य अतिथि डॉ. आरके पाल (पूर्व निदेशक, ने.रि.से.पो. शोलापुर), श्री एस के सेन (पूर्व बैंक प्रबंधक), श्री पिंटो (समाजसेवी ) भी उपस्थित थे और उन्होंने अपने विचारो को साझा करके कार्यशाला की सराहना भी की।

Workshop on JAGRITI-Empowerment of Tribal Women

The regional centre of ICAR-Central Institute of Subtropical Horticulture organized a two days (1-2 December) workshop on JAGRITI 'Empowerment of Tribal Women" with financial support from Tribal Sub plan Programme on 01/12/2018. The main objective of this workshop had to sensitize and motivate the tribal villegers to adopt new technologies for doubling their income and also empowering tribal womens in different agriculture or allied sectors to improved their socio economic status. The programme was inaugurated by Swami Vishmayananda Ji (RMA, Saragachhi), along with Dr. S. Rajan (Director ICAR-CISH). Dr. Dipak Nayak (Scientist and In-charge ICAR-CISH RRS Malda) coordinated the programme. The other dignitaries, Dr. R.K. Pal (Ex-Director, NRCP Sholapur), Mr. S.K. Sen (Ex- Bank Manager), Mr. Pinto (Social Worker) had also present on this occasion and graced the workshop by sharing own views.